बिल गेट्स की जीवनी, बिल गेट्स बायोग्राफी, जन्म, शिक्षा, परिवार, उपलब्धियां, करियर, (Bill Gates Biography In Hindi, Wiki, Birthday, Family, Education, Career, Awards, Wife, Marriage, Gates Foundation, Net Worth, Age)
ऐसी कौन सी चीज है जो सफल लोगों को उनके जीवन में सफल बनाती है वह उनके सोचने का तरीका। जिस इंसान के विचार जैसे होते हैं वह वैसा ही बनता है सफल लोग कभी यह नहीं भूलते कि उन्होंने किस स्तर से उठकर सफलता के इस मुकाम को प्राप्त किया है। इन सब बातों को समझने के लिए आपको बिल गेट्स की इस कहानी पर ध्यान देना चाहिए।
एक ऐसा व्यक्ति जिसने अपनी कड़ी मेहनत से ना सिर्फ सफलता के शिखर को प्राप्त किया है, बल्कि उन्होंने इतनी प्रसिद्धि प्राप्त की है कि वह बहुत से लोगों के प्रेरणा के स्रोत भी बन गए हैं दुनिया के इस सबसे अमीर व्यक्ति बिल गेट्स का कहना है– “अगर आप एक गरीब परिवार में जन्मे हैं, तो यह आपकी गलती नहीं है। लेकिन यदि आप गरीब रहकर ही मर जाते हैं तो यह आपकी गलती है।”
आज के इस लेख Bill Gates Biography In Hindi में हम बिल गेट्स के जीवन के बारे में जानेंगे कि उन्होंने अपने जीवन में किन किन कठिनाइयों का सामना करते हुए आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं–
नाम (Name) | बिल गेट्स |
पूरा नाम (Full Name) | विलियम हेनरी गेट्स |
जन्म (Birthday) | 28 अक्टूबर 1955 |
जन्म स्थान (Birth Place) | सिऐटल, वाशिंगटन राज, संयुक्त राज्य अमेरिका |
उम्र (Age) | 67 साल (2023) |
आवास (Home) | संयुक्त राज्य अमेरिका |
स्कूल (School) | लेकसाइड स्कूल |
कॉलेज (College) | हावर्ड विश्वविद्यालय– (कॉलेज ड्रॉपआउट) |
वेबसाइट (Website) | gatesnotes.com |
ग्रह नगर (Home Town) | सिऐटल, वॉशिंगटन |
प्रसिद्धि (Famous For) | माइक्रोसॉफ्ट के को फाउंडर |
राष्ट्रीयता (Nationality) | अमरिकी |
धर्म (Religion) | रोमन कैथोलिक |
बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक है जो अमेरिका के एक बड़े बिजनेसमैन एवं कंप्यूटर प्रोग्रामर कम्पनी “माइक्रोसॉफ्ट” के कोफाउंडर है। पर्सनल कंप्यूटर की दुनिया में एक क्रांति लाने के लिए बिल गेट्स का नाम इतिहास के पन्नों में अंकित है वह उन महान उद्योग पतियों में से हैं जिन्होंने अपनी मेहनत व लगन के बल पर पूरी दुनिया में अपना नाम बहुत ऊपर उठा दिया है।
बिल गेट का जन्म 28 अक्टूबर 1955 को अमेरिका स्थित वाशिंगटन के सिएटल में हुआ था बिल गेट्स के पिता का नाम विलियम हेनरी गेट्स सीनियर है जो कि पेशे से एक जाने-माने वकील थे। जबकि उनकी मां मेरी मैक्सवेल गेट्स पेशे से यूनाइटेड अंतर्राज्यीय बैंक प्रणाली में ‘बोर्ड ऑफ डायरेक्टर’ के पद पर कार्यरत थीं।
बिल गेट्स की एक बड़ी बहन और एक छोटी बहन भी हैं जिनमें इनकी बड़ी बहन का नाम क्रिस्टियन गेट्स और छोटी बहन का नाम लीबिय गेट्स है।
विल गेट बचपन से ही पढ़ाई में अच्छे थे बचपन से ही उन्हें किताबें पढ़ने की एक अलग चाहती अपने स्कूल के दिनों में बिल पे अपनी कच्चा की पुस्तकों के साथ-साथ इनसाइक्लोपीडिया (Encyclopedia) भी पढ़ा करते थे लेकिन कई बार वे बहुत जल्दी ही बोर हो जाते थे।
बिल गेट्स शुरू से ही लगभग सभी विषयों में अच्छे थे लेकिन गणित और विज्ञान को समझने में इनकी गहरी रुचि थी वह गणित और विज्ञान के विषयों को अपने अन्य साथियों के अपेक्षा जल्दी समझ लेते थे।
बिल गेट्स ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लेकसाइड स्कूल से पूरी की है जिसके बाद उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई के लिए हावर्ड विश्वविद्यालय में दाखिला लिया लेकिन स्नातक की पढ़ाई उन्होंने बीच में ही छोड़ दी, वह कॉलेज ड्रॉपआउट स्टूडेंट रहे हैं।
पिता का नाम Father’s Name) | बिल गेट्स सीनियर |
माता का नाम (Mother’s Name) | मैरी मैक्सवेल गेट्स |
बहनें (Sister’s) | क्रिस्टियन, लीबिय |
पत्नी का नाम (Wife’s Name) | मेलिंडा गेट्स |
पुत्र (Son) | फोवे अडले गेट्स |
पुत्री (Doughter’s) | जेनिफर कैथरीन गेट्स, रॉरी जॉन गेट्स |
बिल गेट्स ने 37 वर्ष की उम्र में अपनी ही कंपनी में काम करने वाली एक 28 वर्षीय युवती मिलिंडा बैंक से 1 जनवरी 1994 को शादी कर ली इनकी शादी के कुछ दिनों बाद ही इनकी मां का ब्रेस्ट कैंसर के कारण निधन हो गया।
इसके कुछ समय बाद मिलिंडा ने वर्ष1996 में बेटी जेनिफर कैथरीन कैट्स को जन्म दिया इसके बाद मिलेगा और बिल गेट्स को दो और बच्चे हुए जिनका नाम रोरी जॉन गेट्स और फोवे अडले गेट्स है।
साल 2021 में आपसी मामलों के चलते बिल गेट्स और मेलिंडा गेट्स ने एक दूसरे से तलाक लेकर अपने 27 साल के इस रिश्ते को खत्म कर लिया है।
तलाक को लेकर बिल गेट का कहना है कि–
‘उन्होंने काफी सोच विचार करने और अपने रिश्ते का पुनर्मूल्यांकन करने के बाद हम दोनों ने ही अपनी शादी को खत्म करने का फैसला किया है बीते 27 सालों में हमने 3 बच्चों की परवरिश की एक बेहतरीन संस्था का निर्माण किया जो दुनिया भर के लोगों को स्वास्थ्य और बेहतर जीवन जीने में मदद करती है हम अपने इस मिशन को यह जीवन जारी रखेंगे।’
बिल गेट्स और उनके दोस्त पॉल एलन ने वर्ष 1970 में ‘Traf–O–Data’ नामक एक कंप्यूटर प्रोग्राम विकसित किया जो सिएटल शहर में होने वाले रोड ट्रैफिक पर नजर रखता था यह इतना सफल रहा कि इस कंप्यूटर प्रोग्राम के लिए सरकार ने बिल गेट्स और पोलैंड को $20 हजार डॉलर की पेशकश की यह बिल की पहली कमाई थी। जिसके बाद शुरू हुआ बिलगेट के कामयाबी का सफर।
इसके बाद वर्ष 1972 में बिल गेट्स और एलेन ने एक साथ मिलकर अपनी कंपनी बनाने के बारे में सोचा उस दौरान बिल गेट्स की उम्र 17 वर्ष की थी, लेकिन उनके माता-पिता चाहते थी कि बिल गेट्स कॉलेज में दाखिला लें और अपनी पढ़ाई पूरी करें इनके पिता मिल को कानून की डिग्री कराना चाहते थे।
वहीं दूसरी तरफ बिल गेट्स का सपना कुछ और बनने का था उन्होंने हावर्ड यूनिवर्सिटी में कानून की डिग्री प्राप्त करने के लिए दाखिला तो लिया लेकिन पढ़ाई में इनका मन नहीं लगता था जिसके कारण वह अपना ज्यादातर समय हावर्ड के कंप्यूटर सेंटर में बिताने लगे
बिल गेट्स और उनके दोस्त एलन ने मिलकर 1975 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का निर्माण किया और बेसिक (BASIC) नामक प्रोग्राम से अपनी शुरुआत की है, यह माइक्रोकंप्यूटर की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है यह प्रोग्राम सफल रहा। जिसके बाद उन्होंने दूसरे सिस्टम के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज डेवलप करना शुरू कर दिया, थोड़े ही समय में बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट सफलता की सीढ़ी चढ़ने लगी अगले 5 साल से भी कम समय में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी लोगों की नजर में आने लगी।
1980 में इंटरनेशनल बिजनेस मशीन (IBM) द्वारा माइक्रोसॉफ्ट को एक डील ऑफर की गई IBM ने माइक्रोसॉफ्ट से कहा कि वह और के आने वाले पर्सनल कंप्यूटर के लिए ‘बेसिक इंटरप्रेटर’ लिखें माइक्रोसॉफ्ट ने IBM के लिए ‘पीसी–डॉस’ ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया जिसके बदले में IBM ने एक समय की फीस $50 हजार डॉलर दी थी।
जल्द ही माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम पूरी दुनिया में फेमस होने लगा जिसके बाद 20 नवंबर 1985 वह बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज नामक एक ऑपरेटिंग सिस्टम को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया यह माइक्रोसॉफ्ट डोस के लिए ऑपरेटिंग सेल की तरह काम करता था जिसके बाद कुछ सालों में ही विंडो ने समस्त दुनिया के पर्सनल कंप्यूटर मार्केट में पूरी तरह कब्जा कर लिया।
इस समय पर्सनल कंप्यूटर के 90% शेयर विंडोज के नाम थे माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने अभूतपूर्व वित्तीय सफलता प्राप्त कर ली। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सबसे बड़े शेयर होल्डर बिल गेट्स थे तो कंपनी के सफल होने का पूरा फायदा बिलगेट को मिलता गया है बिल गेट्स ने इस कंपनी से एक बड़ी राशि अपने नाम कर ली थी, जिस वजह से 1987 में पहली बार वह दुनिया के सबसे अमीर आदमियों की लिस्ट में शामिल हो गए महज 11 वर्ष के कैरियर में इतनी बड़ी उपलब्धि बिल गेट्स ने अपने नाम हासिल की थी।
1989 में माइक्रोसॉफ्ट ने ‘माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस‘ की शुरुआत की यह माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस एक पैकेज की तरह था जिसमें बहुत सारी एप्लीकेशन जैसे ‘माइक्रोसॉफ्ट वर्ड’, एवं एक्सेल एकसाथ एक ही सिस्टम में चल सकती थी, साथ ही किसी भी माइक्रोसॉफ्ट प्रोडक्ट में चल सकती थी माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस ने एक बहुत बड़ी सफलता प्राप्त की जिसके बाद पर्सनल कंप्यूटर की दुनिया में माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम का एकाधिकार हो गया था।
1990 के दशक में जब इंटरनेट पूरी दुनिया में एक मकड़ी के जाले की तरह फैल रहा था तब बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट में ध्यान दे रहे थे और उसके विकास के लिए तेजी से कार्य कर रहे थे ताकि वे अपने उपभोक्ता को इंटरनेट के द्वारा सॉफ्टवेयर का समाधान दे सकें, ‘विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम प्लेटफार्म’ एवं ‘दी माइक्रोसॉफ्ट नेटवर्क’ और समय के महान डेवलपमेंट में से एक थे।
साल 2000 में बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया लेकिन वह चेयरमैन के रूप में अभी भी पदार्थ है उन्होंने अपने लिए माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में एक नया पद ‘चीफ सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट’ बना दिया।
अगले कुछ सालों में बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट में अपने काम दूसरों को देने लगे और खुद भी परोपकारी कार्यों में अधिक समय बिताने लगे फरवरी 2014 में मिल के नए चेयरमैन पद से भी इस्तीफा दे दिया और अब माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ “सत्य नडेला” के टेक्नोलॉजी एडवाइजर के रूप में कार्यरत हैं।
सन 1975 में बिल गेट्स ने पौल एलेन के साथ मिलकर मत 19 वर्ष की उम्र में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की स्थापना की फिर एड रोवर्स कंपनी के साथ मिलकर काम करने लगे ।देखते-देखते कंप्यूटर की खपत बहुत बढ़ गई। तब बिल गेट्स को अपनी पढ़ाई फाइनल ईयर से पहले ही छोड़ दी और शुरुआती दौर में उनको बहुत ही कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ा।
लोगों में कंप्यूटर को लेकर एक ऐसा ‘कल्चर’ हो गया जिसमें लोग पर्सनल कंप्यूटर तो खरीद रहे थे लेकिन ‘इन्फॉर्मेशन’ और ‘सॉफ्टवेयर’ को एक दूसरे के साथ शेयर कर रहे थे इसलिए किसी को भी सॉफ्टवेयर में पैसा खर्च करने में कोई रूचि नहीं थी, लेकिन बिल और एलेन ने इस सॉफ्टवेयर को बनाने में काफी मेहनत की थी।
बिल गेट की गुस्सा करता ना केवल सॉफ्टवेयर बनाने में थी उसके साथ साथ बिजनेस को आगे बढ़ाने व कंपनी को टॉप पर ले जाने की भी थी बिलगेट की मेहनत और लगन की वजह से कंपनी की तरह की दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही थी तब माइक्रोसॉफ्ट ने अपने नए सॉफ्टवेयर को अलग-अलग भाषाओं में बढ़ाया उन्होंने अन्य कंप्यूटर कंपनियों को भी अपने उत्पादों को बेचना शुरू किए।
1978 के अंत तक आते-आते एंड सॉफ्टवेयर की बिक्री 1 मिलियन से भी ज्यादा हो गई थी 1978 से लेकर 1981 के बीच ‘माइक्रोसॉफ्ट कंपनी’ में आश्चर्यजनक विकास देखने को मिला बहुत ही कम समय में माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारियों की संख्या 13 से बढ़कर 128 हो गई।
माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन के पद से हटने के बाद बिल गेट्स ने 2008 में एक एनजीओ की स्थापना की जिसका नाम उन्होंने “द बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन” रखा जिसे वह अपनी पत्नी के साथ मिलकर चलाते हैं इससे वह दुनिया में बहुत से भलाई के काम करते हैं। उन्होंने 2018 में इस संस्था को करीब 355 करोड़ रुपए दान दिए थे दुनिया में सबसे ज्यादा चैटिंग करने वालों में बिलगेट का नाम पहले स्थान पर आता है।